कुछ ओबामाई ज़िक्र

वर्डप्रेस टीवी
वर्डप्रेस के बारे में मालूमात करने का एक और ज़रिया

यूट्यूब की वाकई बढ़िया खबर
हर विडियो के साथ अब डाउनलोड करने की कड़ी भी

अल ज़जीरा के फुटेज आपके लिये
अल ज़जीरा ने अपने संग्रहालय से फुटेज क्रियेटिव कामंस लाइसेंस के तहत जारी किये हैं जिनका आप भी उपयोग कर सकेंगे।

बंगलारू: अंग्रेज़ी अखबारों का नया युद्धस्थल
डीएनए की शरुवात बढ़िया रही, इसका डिजायन उम्दा है और मैंने टाईम्स आफ इंडिया बाद भी करा दिया। पर असली इम्तहान अगले कुछ महीनों में होने वाला है।

कौमार्य की नीलामी
“परिवार व विवाह थेरपी” में मास्टर्स डिग्री का खर्च उठाने के लिये एक छात्रा ने अपने कौमार्य की ही नीलामी लगा दी है। बोलियाँ 37 लाख रुपये तक पहुंच भी चुकी हैं, पर हम आपको कोई सुझाव नहीं दे रहे 😉

प्रादो की पेंटिंग्स गूगल अर्थ पर
इसके द्वारा मेड्रिड, स्पेन स्थित प्रादो संग्रहालय स्थित नामी पेंटिंग्स आप गूगल अर्थ पर नज़दीक से देख सकेंगे।

केतली में तूफ़ान

संडे टाईम्स ने खबर छापी कि दो बार गूगल खोज करने पर वातावरण में 14 ग्राम कार्बन डाई आक्साईड का उत्सर्जन होता है जो कि एक केतली चाय उबालने के दौरान उत्सर्जित कार्बन डाई आक्साईड की मात्रा जितनी है। सारी दुनिया के रिपोर्टरों ने इस खबर को जंगल की आग बना दिया। ज़ाहिर है गूगल ने प्रतिवाद किया और टेकक्रंच जैसी लोकप्रिय साईटों ने इसे हास्यास्पद करार दिया

टाईम्स की इस कहानी में कई पेंच थे। विज़नर ग्रॉस जिन्हें टाईम्स ने उद्धत किया था एक कंपनी सीओटू स्टैट्स के मालिक हैं जो कंपनियों को उनकी वेबसाईटों द्वारा किये जा रहे पर्यावरणीय असर को कम करने के उपकरण बेचती है। ज़ाहिर हैं सीओटू स्टैट्स के इस मामले को उठाने में होते फायदे के तथ्य को टाईम्स ने नकार दिया। दूजे टाईम्स के विज्ञान व पर्यावरण संवाददाता या फिर खुद विज़नर ग्रॉस ने इस लेख के लिये रॉल्फ कर्स्टन नामक एक चिट्ठाकार द्वारा लिखित एक पुराने ब्लॉग पोस्ट का हवाला मात्र लेकर इतनी बड़ी खबर बना डाली जिसमें दी जानकारी का कोई वैज्ञानिक आधार ही न था।

इसे कहते हैं बात का बतंगड़। या कहें केतली में मचलता काल्पनिक तूफ़ान?

कड़ियाँ और भी हैं

Barack Obama: Official Portrait

अगर कंपनियों ने अपना लोगो मंदी के मुताबिक बदल लिया तो?