यूट्यूब ला रहा है अनेक नई ऑडियो सुविधायें

यूट्यूब ने कई नई ऑडियो सुविधाओं की घोषणा की, जिनमें से कुछ पहले ही शुरू हो चुकी हैं जबकि अन्य आने वाले महीनों में लॉन्च होंगी।

यूट्यूब ऐप में पहले अपने फोन की स्क्रीन बंद करके संगीत सुनना संभव था। लेकिन फिर गूगल ने इसे पे-वॉल के पीछे कर दिया। अब किसी खास वजह से इसे फिर से मुफ्त पेश किया जा रहा है। यूट्यूब ब्लॉग के अनुसार, कनाडा नवंबर, 2021 में इस अपडेट का अनुभव करने वाला पहला देश होगा। आप पूछ रहे होंगे कि यह फ्री क्यों दिया जा रहा है? शायद यह बदलाव आ रहा है पॉडकास्ट्स की बढ़ती लोकप्रियता की वजह से। कहा जा रहा है की यूट्यूब म्यूजिक गूगल पॉडकास्ट का हिस्सा बन सकता है।

इसके अलावा आने वाले महीनों में 13 समर्थित कैप्शनिंग भाषाओं में लाइव ऑटो-कैप्शन का विस्तार करने की योजना है। समर्थित भाषाओं में डच, अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, इंडोनेशियाई, इतालवी, जापानी, कोरियाई, पुर्तगाली, रूसी, स्पेनिश, तुर्की और वियतनामी शामिल हैं।

कंपनी वर्तमान में दृष्टिबाधित लोगों के लिए वर्णनात्मक ऑडियो के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए बहु-भाषा ऑडियो प्रदान करने में मदद करने के लिए वीडियो पर मल्टिपल यानि एक से ज्यादा ऑडियो ट्रैक जोड़ने की क्षमता का परीक्षण कर रही है। यूट्यूब इस साल के अंत में Android और iOS पर समर्थित भाषाओं में कैप्शन के लिए ऑटो-अनुवाद भी शुरू कर रहा है। यह फीचर फिलहाल प्लेटफॉर्म के डेस्कटॉप वर्जन पर ही उपलब्ध है।

इसके अतिरिक्त, यूट्यूब स्टूडियो में रचनाकारों को अपने वीडियो पर कैप्शन और उपशीर्षक निर्माण को किसी ऐसे व्यक्ति को (जिसे शायद “सबटाइटल एडिटर” कहा जायेगा) सौंपने की अनुमति दी जायेगी जिस पर वे भरोसा करते हैं।

ज़ेनकास्टर उपलब्ध करायेगा AI आधारित स्वचालित ट्रांसक्रिप्शन

ज़ेनकास्टर पॉडकास्टर्स के लिये रिकार्डिंग के बेहतरीन जुगाड़ है, सोपान के साक्षात्कार रिकार्ड करने के लिये मैं इसी का इस्तेमाल करता रहा हूँ। उनकी हाल की घोषणा के अनुसार ज़ेनकास्टर अब अंग्रेजी भाषा की रिकॉर्डिंग के लिए स्वचालित ट्रांसक्रिप्शन (प्रतिलेखन) की सुविधा उपल्ब्ध कराने जा रहा है, जो भाषा मॉडलिंग AI और मशीन लर्निंग आधारित है। हालांकि यह सुविधा प्रोफेशनल उपयोगकर्ताओं के लिए ही बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के उपलब्ध है! ज़ेनकास्टर दावा करता है कि उनकी तकनीक की शब्द त्रुटि दर (वर्ड एरर रेट) वर्तमान में Google, Descript और Otter.ai जैसे ट्रांसक्रिप्शन उद्योग के अग्रणी प्रदाताओं के मुकाबले दोयम नहीं है।

पॉडकास्ट के ट्रांसक्रिप्शन शक्तिशाली SEO उपकरण हो सकते हैं, साथ ही यह पॉडकास्ट की पहुंच को उन लोगों तक बढ़ाता है, जो पॉडकास्ट सुनते नहीं या सुन नहीं सकते।

NY Times के पॉडकास्ट Caliphate का ISIS लड़ाका कभी सिरिया गया ही नहीं

एक 26 वर्षीय कनाडाई व्यक्ति शेहरोज़ चौधरी ने अदालत में स्वीकार किया कि उसके सीरिया में इस्लामिक स्टेट के लड़ाके के रूप में सेवा करने के बारे में किस्से मनगढ़ंत थे। चौधरी ने 2016 में सोशल मीडिया पर सीरिया में एक आतंकवादी के रूप में जीवन की काल्पनिक कहानियों को फैलाया जिसे द न्यू यॉर्क टाइम्स सहित कई समाचार माध्यमों ने दोहराकर इसे और हवा दी।

ओंटारियो के टोरंटो उपनगर बर्लिंगटन के निवासी शेहरोज़ अपने काल्पनिक नाम अबू हुज़ैफ़ाह के नाम से द टाइम्स की 10 किश्तों की पॉडकास्ट श्रृंखला “Caliphate” में केंद्रीय किरदार थे। 2018 में इस श्रृंखला की रिलीज़, और चौधरी की कहानियों पर आधारित अन्य रिपोर्टों ने कनाडा की संसद में विपक्षी दलों के बीच एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया, जिसने एक आतंकवादी हत्यारे को उपनगरीय सड़कों पर स्वतंत्र रूप से घूमने की अनुमति देने के लिए प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार पर बार-बार हमला किया।

2020 में गिरफ्तारी के बाद और अदालत में जिरह के बाद यह तथ्य सामने आया कि दरअसल कि दहशतगर्दी करना तो दूर, चौधरी कभी सीरिया गया ही नहीं था और न ही उसने दुनिया में कहीं भी आईएसआईएस के अभियानों में भाग लिया। गिरफ्तारी के बाद, द टाइम्स ने “Caliphate” श्रृंखला की फिर से जांच की और पाया कि चौधरी द्वारा गलत बयानी का इतिहास और इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि उन्होंने पॉडकास्ट में वर्णित अत्याचारों को हकीकत में किया है।

गौरतलब है कि इस पॉडकास्ट श्रृंखला को 2019 में अनेक इनाम मिले थे। मज़ेदार बात यह है कि पॉडकास्ट से एक साल पहले, अप्रैल 2017 में, चौधरी ने एक साक्षात्कार में बता दिया था कि उसने सीरिया में आईएसआईएस लड़ाकू होने की अपनी दास्तां गढ़ी है। इसके बाद भी उसने समाचार मीडिया साक्षात्कारों और सोशल मीडिया पर 2020 सितंबर में अपनी गिरफ्तारी तक इस्लामिक स्टेट के पूर्व लड़ाके के रूप में खुद को चित्रित करना जारी रखा। अदालत में पेश किए गए तथ्यों के बयान में कहा गया है कि टाइम्स की पत्रकार रुक्मिणी कैलिमाची (जो इस पॉडकास्ट में मुख्य रिपोर्टर भी हैं) ने श्री चौधरी को अपनी इस झूठी कहानी पर कायम रहने के लिए प्रेरित किया था।

उल्लेखनीय पॉडकास्ट

केलिफ़ेट (अंग्रेजी)

इस हफ़्ते ज़िक्र पॉडकास्ट केलिफ़ेट का ही, जिसके बारे में खबर आपने उपर पढ़ा। विवाद के बावजूद न्यूयॉर्क टाईम्स ने यह पॉडकास्ट हटाया नहीं है। अप्रैल 2018 में जारी यह धारावाहिक ऑडियो डॉक्यूमेंट्री न्यूयॉर्क टाईम्स के रुक्मिणी कैलिमाची और एंडी मिल्स की इस्लामिक स्टेट पर रपट पर आधारित है।

एसीपी गौतम (हिन्दी)

हिन्दी पॉडकास्ट के क्षेत्र में थ्रिलर की काफी डिमांड है(या यों कहें, कि बनाई जा रही है)। ज्यादातर सामग्री सत्यकथा या मनोहर कहानियाँ या टीवी के क्राईम पेट्रोल नुमा हैं। पर आडियोमैटिक की श्रृंखला एसीपी गौतम में चार चाँद लगाती है रोनित रॉय की आवाज़। गौतम ज़ाहिर तौर पर एक झक्की और न्यायपसंद पुलिसवाला है जो सिस्टम को बखूबी जानता है पर सिस्टम जैसा बन जाना नहीं चाहता और इसी वजह से सिस्टम द्वारा परेशान भी किया जाता है। एक एपिसोड सुना, पटकथा बेहद सरल और रोचक, किरदारों की संख्या जान बूझकर ज्यादा नहीं रखी गई है। शीर्षक संगीत और प्रॉडक्शन क्वालिटी उम्दा है।