Year: 2009

बालिका वधु: नाटक द्वारा सच का सामना

कुछ नेताओं की सोच के विपरीत संजय रानाडे मानते हैं कि यह दुर्लभ धारावाहिक बाल विवाह को “बढ़ावा” नहीं बल्कि मनोरंजन द्वारा दर्शकों को सामाजिक संघर्ष का बौद्धिक रूप से सामना करने की प्रेरणा दे रहा है।

प्रिंट आन डिमांड से लेखक प्रकाशक भी बने

प्रिंट आन डिमाँड सेवा द्वारा सेल्फ पब्लिशिंग अब केवल व्यक्तिगत वैनिटी प्रकाशन नहीं रहा। ईबुक्स के युग में अब प्रकाशक भी इस तकनीक का महत्व समझने लगे हैं।

सलमान के कारण मेरा नाम याद रखते हैं

कैलीफोर्निया निवासी बैंकर सलमान खान अपनी संस्था खान अकेडमी से इंटरनेट द्वारा मुफ्त शिक्षण उपलब्ध कराते हैं। सामयिकी के लिये डॉ सुनील दीपक ने उनसे बातचीत की।

सर्वगुण संपन्न आटो सुंदरी

चिड़ियों ने चुराई आईसक्रीम, न्यूयॉर्क की महिला ने खोई अपनी पहचान और सचिन तेंदुलकर के बैग में क्या है। अंतर्जाल पर कहाँ और क्या क्या हो रहा है? जानिये हर इतवार सामयिकी पर।

साबुनी रंगभूमि का रियैलिटी सम्मोहन

दक्षिणी मुंबई की आलीशान इमारतों के बीच बसे इस साबुनी घाट में वो सारे तत्व हैं जो इस शहर को महानगर बनाते हैं।